लुनु देही

लुनु देही, जिसे प्रिज़र्व्ड लाइम या पिकल्ड लाइम भी कहते हैं, श्रीलंका के सबसे पारंपरिक और पसंदीदा मसालों में से एक है। पूरे नींबू को धूप में सुखाकर और नमक में पकाकर बनाया जाने वाला यह सदियों पुराना तरीका असल में बिना फ्रिज में रखे फलों को प्रिज़र्व करने का एक तरीका था। समय के साथ, यह कई घरों में एक ज़रूरी चीज़ बन गया, जिसे न सिर्फ़ इसकी लंबी शेल्फ लाइफ़ के लिए बल्कि इसके तीखे, तीखे और बहुत ज़्यादा नमकीन स्वाद के लिए भी पसंद किया जाता था। इसका गहरा भूरा रंग और तेज़ खुशबू नैचुरल फ़र्मेंटेशन और एजिंग प्रोसेस से आती है, जो महीनों या सालों तक चल सकती है।

श्रीलंकाई खाने में, लुनु देही को आम तौर पर चावल और करी के साथ खाया जाता है, खासकर बीमारी के समय जब इसकी तेज़ एसिडिटी पाचन में मदद करती है और भूख बढ़ाती है। कई परिवार पीढ़ियों से चली आ रही लुनु देही का एक जार रखते हैं, क्योंकि पुराने बैच को ज़्यादा असरदार और स्वादिष्ट माना जाता है। इसका तीखा स्वाद हल्के डिशेज़ के साथ अच्छा लगता है, स्वाद को बैलेंस करता है और खाने में एक खास किक डालता है।

खाना बनाने में इस्तेमाल होने के अलावा, लुनु देही का कल्चरल महत्व भी है। इसे अक्सर नींबू के मौसम में बड़ी मात्रा में बनाया जाता है और साल भर के लिए स्टोर किया जाता है, जो इस आइलैंड की घर पर बनी चीज़ों को प्रिज़र्व करने की गहरी परंपराओं को दिखाता है। चाहे इसे साइड डिश के तौर पर इस्तेमाल किया जाए, इलाज के तौर पर, या बचपन के पुराने ज़माने के स्वाद के तौर पर, लुनु देही श्रीलंकाई विरासत की निशानी है।